रेलवे सेक्टर… निवेशकों के लिए ये कोई नई चीज नहीं है। साल दर साल इस सेक्टर में ग्रोथ दिखी है – चाहे वह रेल डिब्बों की मांग हो, इंफ्रास्ट्रक्चर हो या फिर मेट्रो प्रोजेक्ट्स। ऐसे में दो नाम हमेशा चर्चा में रहते हैं – Titagarh Rail Systems और Jupiter Wagons।
अब सवाल यही है – दोनों में से किसमें निवेश करना समझदारी होगी?
🧱 शुरुआत करते हैं बुनियाद से – मार्केट कैप और पकड़
- Jupiter Wagons का मार्केट कैप है ₹16,971 करोड़
- जबकि Titagarh Rail का मार्केट कैप ₹12,669 करोड़
यानी Jupiter फिलहाल बाजार में थोड़ा भारी बैठा है। लेकिन सिर्फ आंकड़ों से फैसला नहीं किया जा सकता।
💸 डिविडेंड की बात करें तो…
दोनों कंपनियों ने 2024-25 के लिए ₹1 का डिविडेंड दिया है।
- Titagarh का फेस वैल्यू ₹2 है → यानी 50% का डिविडेंड
- Jupiter का फेस वैल्यू ₹10 है → यानी 10% का डिविडेंड
लेकिन असली खेल होता है डिविडेंड यील्ड, यानि निवेश पर मिलने वाला प्रतिशत लाभ:
- Titagarh Rail का शेयर ₹940.75 पर → डिविडेंड यील्ड = 0.085%
- Jupiter Wagons का शेयर ₹399.80 पर → डिविडेंड यील्ड = 0.27%
👉 यहां Jupiter जीतता है। छोटे निवेश पर थोड़ा बेहतर कैश रिटर्न।
📦 ऑर्डर बुक कौन मजबूत?
Titagarh Rail:
- 11,500 वैगन्स और 1,583 कोच (Metro + Vande Bharat)
- FY25 में अभी तक ₹1200 करोड़ से ज्यादा के नए ऑर्डर
Jupiter Wagons:
- ₹6,303 करोड़ की कुल ऑर्डर बुक
- ACC और Ambuja Cement से मिला ₹600 करोड़ का बड़ा ऑर्डर
👉 Titagarh की डाइवर्सिटी ज्यादा दिखती है – मेट्रो, वंदे भारत, वैगन सब कुछ। जबकि Jupiter का फोकस मालवाहक ऑर्डर्स पर ज्यादा है।
📈 निवेश पर रिटर्न – किसने कितना कमाया?
Titagarh Rail:
- 1 साल: -19%
- 2 साल: +144%
- 3 साल: +822%
- 5 साल: +2691%
Jupiter Wagons:
- 1 साल: -30%
- 2 साल: +200%
- 3 साल: +550%
- 5 साल: +3193%
👉 अगर आप लंबी रेस के घोड़े की तलाश में हैं, तो Jupiter ने 5 साल में जबरदस्त कमाल किया है।
🧐 आखिर चुनें किसे?
अब यहां बात केवल आंकड़ों की नहीं, बल्कि आपके मकसद की है:
- डिविडेंड चाहिए? → Jupiter
- बड़ी ऑर्डर बुक और रेलवे-मेट्रो का लंबा स्कोप चाहिए? → Titagarh
- 5 साल में 30x रिटर्न चाहिए? → दोनों ही दमदार हैं, लेकिन Jupiter थोड़ा आगे
📝 सीधी बात, कोई घुमा-फिराकर नहीं
अगर आप सुरक्षित रिटर्न चाहते हैं, थोड़ा-थोड़ा कमाएं, पर टिके रहें – तो Jupiter अच्छा ऑप्शन है।
अगर आप ग्रोथ स्टोरी में जल्दी कूदना चाहते हैं और नई रेलवे योजनाओं में फायदा देख रहे हैं, तो Titagarh एक अच्छा दांव हो सकता है।
दोनो कंपनियों ने खुद को प्रूव किया है – फर्क बस इतना है कि आप किस सवारी पर बैठना चाहते हैं:
धीमा लेकिन स्थिर, या तेज लेकिन थोड़ा रिस्क वाला।
📍निवेशक के लिए आखिरी टिप:
शेयर बाजार कोई शॉर्टकट नहीं है। अगर आपने रिसर्च के बाद किसी कंपनी में भरोसा दिखाया है, तो उसमें टिके रहें। Jupiter और Titagarh दोनों कंपनियां भारत की रेलवे ग्रोथ स्टोरी का हिस्सा हैं – फर्क सिर्फ समय और दृष्टिकोण का है।
डिस्क्लेमर:
stocklern.in पर दी गई सभी जानकारियाँ केवल सामान्य सूचना के उद्देश्य से प्रदान की जाती हैं। शेयर बाजार में निवेश जोखिमों के अधीन होता है। किसी भी प्रकार का निवेश करने से पहले अपने वित्तीय सलाहकार या विशेषज्ञ से सलाह अवश्य लें।
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