रिलायंस इंडस्ट्रीज (Reliance Industries) ने एक बार फिर से अपनी वैश्विक उपस्थिति को मजबूत करने के लिए कदम उठाया है। कंपनी की सहायक कंपनी रिलायंस डिजिटल हेल्थ लिमिटेड ने हेल्थ एलायंस ग्रुप में 45% हिस्सेदारी का अधिग्रहण किया है। यह अधिग्रहण 10 मिलियन अमेरिकी डॉलर में संपन्न हुआ।
अधिग्रहण का उद्देश्य और प्रभाव
हेल्थ एलायंस ग्रुप में हिस्सेदारी खरीदने के साथ ही रिलायंस इंडस्ट्रीज स्वास्थ्य क्षेत्र में अपनी पकड़ मजबूत करने की योजना बना रही है। यह अधिग्रहण न केवल डिजिटल हेल्थकेयर के क्षेत्र में कंपनी की उपस्थिति को बढ़ाएगा, बल्कि इसके साथ ही नई तकनीकों और समाधानों के जरिए स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने में भी मदद करेगा।
Reliance Industries के शेयर का प्रदर्शन
- NSE पर Reliance Industries का प्रदर्शन:
- 52 हफ्ते का उच्चतम स्तर: 1,608.95 रुपए
- 52 हफ्ते का निम्नतम स्तर: 1,202.10 रुपए
- मार्केट कैप: कंपनी का कुल बाजार पूंजीकरण 16,38,635.03 करोड़ रुपए है।
- प्रमोटर हिस्सेदारी: कंपनी के प्रमोटरों की हिस्सेदारी 50.24% है।
- कर्ज का स्तर: कंपनी पर कुल 2,11,790 करोड़ रुपए का कर्ज है।
- फ्री कैश फ्लो: रिलायंस के पास 69,248 करोड़ रुपए का फ्री कैश उपलब्ध है।
रिटर्न और ग्रोथ का विश्लेषण
- पिछले एक साल में प्रदर्शन: रिलायंस के शेयर ने पिछले एक साल में 6% की गिरावट दर्ज की है।
- तीन साल का प्रदर्शन: कंपनी ने पिछले तीन साल में 0% रिटर्न दिया है।
- रेवेन्यू ग्रोथ: कंपनी की पिछले तीन वर्षों की राजस्व वृद्धि 29.58% रही है।
- डिविडेंड यील्ड: कंपनी का डिविडेंड यील्ड 0.83% है।
रिटर्न और ग्रोथ का विश्लेषण
- पिछले एक साल में प्रदर्शन: रिलायंस के शेयर ने पिछले एक साल में 6% की गिरावट दर्ज की है।
- तीन साल का प्रदर्शन: कंपनी ने पिछले तीन साल में 0% रिटर्न दिया है।
- रेवेन्यू ग्रोथ: कंपनी की पिछले तीन वर्षों की राजस्व वृद्धि 29.58% रही है।
- डिविडेंड यील्ड: कंपनी का डिविडेंड यील्ड 0.83% है।
अधिग्रहण से निवेशकों के लिए संभावनाएं
रिलायंस का यह अधिग्रहण स्वास्थ्य सेवाओं में डिजिटल नवाचार लाने और नए बाजारों में विस्तार की दिशा में एक बड़ा कदम है। निवेशकों के लिए यह खबर सकारात्मक हो सकती है, क्योंकि इससे कंपनी के भविष्य के विकास को बढ़ावा मिलेगा। हालांकि, हालिया गिरावट और 0% रिटर्न के बावजूद, रिलायंस के मजबूत फंडामेंटल्स इसे एक दीर्घकालिक निवेश विकल्प बना सकते हैं।
निष्कर्ष
हेल्थ एलायंस ग्रुप में 45% हिस्सेदारी खरीदकर रिलायंस इंडस्ट्रीज ने एक और रणनीतिक कदम उठाया है। डिजिटल हेल्थकेयर सेक्टर में कंपनी की यह पहल न केवल इस क्षेत्र में उनकी उपस्थिति को मजबूत करेगी, बल्कि निवेशकों को भी दीर्घकालिक लाभ प्रदान करने की संभावना है।
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