वेदांता लिमिटेड को डिमर्जर योजना के लिए 83% क्रेडिटर अप्रूवल मिला, शेयरधारकों को होगा फायदा

वेदांता लिमिटेड (Vedanta Limited) को अपनी प्रस्तावित डिमर्जर योजना के लिए 83% क्रेडिटर का अप्रूवल मिल चुका है। यह एक बड़ी उपलब्धि है, जिससे कंपनी की रि-स्ट्रक्चरिंग योजना को आगे बढ़ाने का रास्ता साफ हो गया है।

डिमर्जर को क्यों मिली मंजूरी?

इकोनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, इस योजना को लागू करने के लिए कम से कम 75% लोनदाताओं का समर्थन आवश्यक था। इस अप्रूवल के साथ, वेदांता अपने विभिन्न बिजनेस को स्वतंत्र संस्थाओं में विभाजित करने की प्रक्रिया को तेज करेगा, जिससे हर सेक्टर को अलग-अलग कार्य करने की स्वतंत्रता मिलेगी।

वेदांता का नया स्ट्रक्चर: कौन-कौन से बिजनेस होंगे अलग?

शुरुआत में वेदांता ने छह अलग-अलग कंपनियों में विभाजन की योजना बनाई थी, लेकिन बाद में इसे संशोधित कर पाँच इकाइयों में बाँटने का निर्णय लिया। अब यह पाँच स्वतंत्र कंपनियाँ होंगी:

  1. वेदांता एल्युमिनियम (Vedanta Aluminium)
  2. वेदांता ऑयल और गैस (Vedanta Oil & Gas)
  3. वेदांता पावर (Vedanta Power)
  4. वेदांता स्टील और फेरस मटेरियल्स (Vedanta Steel & Ferrous Materials)
  5. वेदांता लिमिटेड (Vedanta Limited)

शेयरधारकों को क्या मिलेगा?

शेयरधारकों को वेदांता के हर एक शेयर के बदले प्रत्येक नई स्थापित कंपनी में एक-एक शेयर मिलेगा। यानी कि मौजूदा वेदांता शेयरधारकों को पाँच नई कंपनियों में भी हिस्सेदारी मिलेगी, जिससे उनका निवेश और अधिक विविधतापूर्ण होगा।

NSE और BSE से मिल चुका है अप्रूवल

कंपनी को पहले ही बीएसई (BSE) और एनएसई (NSE) से “नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट” (NOC) प्राप्त हो चुका है। यह डिमर्जर योजना 2023 के सितंबर में बोर्ड द्वारा अप्रूव की गई थी। इसका उद्देश्य बिजनेस संचालन को सरल बनाना और प्रत्येक कंपनी को अपने कोर सेक्टर पर ध्यान केंद्रित करने की स्वतंत्रता प्रदान करना है, जिससे शेयरधारकों को अधिकतम लाभ मिल सके।

वेदांता के शेयरों में उछाल

इस खबर के बाद वेदांता लिमिटेड के शेयरों में सकारात्मक प्रतिक्रिया देखने को मिली। बीएसई पर कंपनी के शेयर 0.71% बढ़कर 418.05 रुपये पर पहुँच गए, जबकि बेंचमार्क इंडेक्स में 0.04% की गिरावट देखी गई। यह निवेशकों के लिए एक सकारात्मक संकेत है।

डिमर्जर का प्रभाव: क्यों है यह फायदेमंद?

  1. स्पष्ट बिजनेस फोकस: हर नई कंपनी अपने कोर सेक्टर पर ज्यादा ध्यान दे सकेगी।
  2. बेहतर संचालन: प्रत्येक बिजनेस स्वतंत्र रूप से कार्य करेगा, जिससे निर्णय लेने की प्रक्रिया में तेजी आएगी।
  3. शेयरधारकों को अधिक लाभ: निवेशकों को पाँच अलग-अलग कंपनियों में हिस्सेदारी मिलेगी, जिससे उनका निवेश पोर्टफोलियो मजबूत होगा।
  4. नए निवेश के अवसर: विभिन्न सेक्टर्स में विशेषज्ञता बढ़ने से अंतरराष्ट्रीय और घरेलू निवेशकों को आकर्षित करने में मदद मिलेगी।

निष्कर्ष

वेदांता लिमिटेड का डिमर्जर निवेशकों और बिजनेस ग्रोथ दोनों के लिए महत्वपूर्ण कदम साबित हो सकता है। इस रणनीतिक कदम से कंपनी को अपनी कार्यप्रणाली में सुधार लाने और शेयरधारकों को अधिक मूल्य प्रदान करने का अवसर मिलेगा। आने वाले दिनों में इस प्रक्रिया की प्रगति पर नजर रखना निवेशकों के लिए फायदेमंद रहेगा।

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